याद आते हो बेहिसाब यूँ तुम ये हमें कौन सी बीमारी है। याद आते हो बेहिसाब यूँ तुम ये हमें कौन सी बीमारी है।
लहू के हर कतरे में वंदे मातरम और हिंदुस्तान लिख दो। लहू के हर कतरे में वंदे मातरम और हिंदुस्तान लिख दो।
क्या बनने आए थे और क्या बन गये ? हम बँट गये धर्म मजहब के नाम ! क्या बनने आए थे और क्या बन गये ? हम बँट गये धर्म मजहब के नाम !
दर्श का है नमन इन्हें इन्होंने रखा सबको प्यार में बांधकर अपने सबको। दर्श का है नमन इन्हें इन्होंने रखा सबको प्यार में बांधकर अपने सबको।
अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध
वर्ण के नाम पर आरक्षण ..... वर्ण के नाम पर आरक्षण .....